बावरिया के टेस्ट में आखिर कौन होगा बेस्ट: पंचकूला से कांग्रेस के टिकटार्थियों की फेहरिस्त में कई दिग्गजों के नाम
- By Vinod --
- Saturday, 03 Aug, 2024
Who will be the best in the test of Bavaria
Who will be the best in the test of Bavaria- चंडीगढ़/पंचकूला (आदित्य शर्मा)। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस नए बदलाव के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी है। विस चुनाव की उम्मीदवारी हासिल करना लोकसभा चुनाव के पैटर्न से बिल्कुल हट कर होगा। टिकट के पीछे भाग रहे उम्मीदवारों को अब हाई कमान की कसौटी पर खरा उतरना होगा। अकेले वादों और पूर्व की परफॉर्मेंस काम नहीं आएगी। उम्मीदवार को बकायदा विजन के साथ चुनावी मैदान में उतरना होगा। इसकी सबसे बड़ी वजह दिल्ली में गठित की गई चुनाव रणनीति समिति है जो हर उम्मीदवार की क्रेडिबिलिटी, परफॉर्मेंस और पब्लिक अप्रोच का आकलन कर करेगी। इसके लिए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बाबरिया टिकटों के लिए उम्मीदवार का चयन बकायदा परफार्मेंस टेस्ट के आधार पर करेंगे।
उधर, पंचकूला में विधासभा के दोनों यानी कालका और पंचकूला हलकों से टिकटार्थियों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। दिल्ली से पहले चंडीगढ़ मुख्यालय पर टिकटार्थियों के आवेदन लिए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पंचकूला में जहां 3 बार विधायक रहे पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन के अलावा महिला प्रदेश अध्यक्ष सुधा भारद्वाज, पूर्व अध्यक्ष रवींद्र रावल, पूर्व मेयर उपिंदर आहलूवालिया, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पवन कुमार बंसल के बेटे मनीष बंसल, प्रदेश ओबीसी मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश भोला, वरिष्ठ नेता पवन जैन पंचकूला से विस चुनाव लडने का मन बना चुके हैं। हालांकि आने वाले कुछ दिनों में इस फेहरिस्त में और नाम शामिल होने की प्रबल संभावना है। देखा जाए तो इस बार कांग्रेस दोनों हलकों में से एक पर महिला उम्मीदवार को मौका दे सकती है। सूत्रों का कहना है कि उम्मीदवारी में चंद्रमोहन, उपिंदर कोर आहलूवालिया और रविंद्र रावल के नाम आगे चल रहे हैं।
जातिगत बहुलता को प्राथमिकता
कांग्रेस की तरफ से प्रदेश में 36 बिरादरियों के साथ चुनाव लडने का फैसला किया गया है। तभी पंचकूला में भी जातिगत बहुलता को प्राथमिकता दी जा सकती है। बताया जा रहा है कि यहां हुड्डा और सैलजा ग्रुप के टिकटार्थियो में रेस लगना शुरू हो गई है। हुड्डा और शैलजा ग्रुप के पास आवेदन पहुंच रहे हैं। प्रदेश में चुनाव की बिसात बिछने में अब कुछ ही समय शेष रह गया है और कांग्रेस पार्टी भी जातिगत समीकरण बनाने में जुट गई है। बता दें कि इस समय शहर में पंजाबी, वैश्य बनिया और ब्राह्मण की 35-40 प्रतिशत बहुलता है, वहीं ओबीसी-बीसी वर्ग की संख्या भी अधिक है। ऐसे में कांग्रेस की तरफ से टिकटार्थियों का मंथन भी बाहुल क्षेत्र के आधार किया जा सकता है। हालांकि कांग्रेस के इन तीनों दीगज्जों ने अपने अपने बाहुल क्षेत्र के जरिए टिकट का दावा भी कर दिया है।
10 अगस्त को दोपहर 3 बजे बुलाई बैठक
कांग्रेस हाई कमान द्वारा अगस्त तक आवेदनों के जमा होने के बाद टिकटों पर रजामंदी बनेगी। हरियाणा के विधानसभा चुनावों की रणनीति तय करने के लिए पार्टी ने चुनावी रणनीति कमेटी का गठन किया है। कांग्रेस की तरफ से बकायदा टिकट के दावेदारों की की लिस्ट जारी की जायेगी। हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया की अध्यक्षता में बनाई गई इस 45 सदस्यीय कमेटी की पहली बैठक 10 अगस्त को नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में होगी। हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा, राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला व पूर्व केंद्रीय मंत्री बिरेंद्र सिंह समेत महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुधा भारद्वाज कई अन्य दिग्गज नेता कमेटी में शामिल हैं।
कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मैंने प्रदेश की महिलाओं की आवाज को लगातार दिल्ली तक पहुंचाया। पंचकूला और महिलाओं के विकास और सुरक्षा के लिए मैं हमेशा तत्पर हूं।
-सुधा भारद्वाज
प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष
पंचकूला हलका में कांग्रेस पार्टी के प्रति लोगों में जो विश्वास बना है वो राष्ट्रीय स्तर पर आए बदलाव की वजह से है। ज्यादा से ज्यादा लोग अब कांग्रेस से जुडऩा चाहते हैं।
रविंद्र रावल,
पूर्व जिला अध्यक्ष
कांग्रेस लोगों के हित में काम करने के अपने वादे पर सदैव कायम है। मैं कांग्रेस के उन्हीं वादों को लेकर जनता के बीच जा रही हूं।
-उपिंदर कौर आहलुवालिया
पूर्व मेयर